Bewafa Shayari Photo images nanhe yadav
- मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए सायद
- आज वो भी बेवफा हो गाए सायद
- जब नींद खुली तो पलकों में पानी था
- मेरे ख्वाब मुझपे रो गाए सायद
Bewafa Shayari Photo
- अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल, अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल, अब किसी दिलासे की जरूरत नही है, क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल।
- हज़ारो बातें मिल कर एक राज़ बनता है
- सात सुरों के मिलने से साज़ बनता है
- आशिक़ के मरने पर कफ़न भी नहीं मिलता
- और हसीनाओ के मरने पर ताज़ बनता है
- जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें।
- हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें।
- मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमरी।
- क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतेज़ार हैं।
Bewafa Shayari Photo images
Tere Ishq Me Ai Bewafa
Har Pal Kuchh Sochte Rahne Ki Adat Ho Gayi Hai,
Har Ahat Par Chuk Jaane Ki Ahat Ho Gayi Hai,
Tere Ishq Me Ai Bewafa, Hijr Ki Raaton Ke Sang,
Humko Bhi Jagte Rahne Ki Adat Ho Gayi Hai.
हर पल कुछ सोचते रहने की आदत हो गयी है,
हर आहट पे चौंक जाने की आदत हो गयी है,
तेरे इश्क़ में ऐ बेवफा, हिज्र की रातों के संग,
हमको भी जागते रहने की आदत हो गयी है।
Har Pal Kuchh Sochte Rahne Ki Adat Ho Gayi Hai,
Har Ahat Par Chuk Jaane Ki Ahat Ho Gayi Hai,
Tere Ishq Me Ai Bewafa, Hijr Ki Raaton Ke Sang,
Humko Bhi Jagte Rahne Ki Adat Ho Gayi Hai.
हर पल कुछ सोचते रहने की आदत हो गयी है,
हर आहट पे चौंक जाने की आदत हो गयी है,
तेरे इश्क़ में ऐ बेवफा, हिज्र की रातों के संग,
हमको भी जागते रहने की आदत हो गयी है।
जिस किसीको भी चाहो वोह बेवफा हो जाता है,
सर अगर झुकाओ तो सनम खुदा हो जाता है,
जब तक काम आते रहो हमसफ़र कहलाते रहो,
काम निकल जाने पर हमसफ़र कोई दूसरा हो जाता है…
सर अगर झुकाओ तो सनम खुदा हो जाता है,
जब तक काम आते रहो हमसफ़र कहलाते रहो,
काम निकल जाने पर हमसफ़र कोई दूसरा हो जाता है…
Bewafa Shayari Photo images nanhe yadav
बस इतनी सी बात पर, हमारा परिचय तमाम होता हैं,
हम यादव उन रास्तों पर नहीं चलते, जो रास्ता आम होता हैं।
हम यादव उन रास्तों पर नहीं चलते, जो रास्ता आम होता हैं।
Itni Mushkil Bhi Na Thi Raah Meri Mohabbat Ki,
Kuchh Zamana Khilaaf Hua Kuchh Woh Bewafa Huye.
इतनी मुश्किल भी न थी राह मेरी मोहब्बत की,
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हुए।
Kuchh Zamana Khilaaf Hua Kuchh Woh Bewafa Huye.
इतनी मुश्किल भी न थी राह मेरी मोहब्बत की,
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हुए।