Sharechat Sad Shayari | New Share Chat Family Sad



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Sharechat Sad Shayari | New Share Chat Family Sad





तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चले कि इंतजार क्या होता है, यूं ही मिल जाए अगर कोई बिना तड़पे, तो कैसे पता चले कि… प्यार क्या होता है





दर्द भरी शायरी
साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती,
दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती,
अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त,
कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती। ?




Saans Tham Jati Hai Par Jaan Nahi Jati,
Dard Hota Hai Par Awaz Nahi Aati,
Ajeeb Log Hai Iss Zamane Mein
Koi Bhul Nahi Pata or Kisi Ko Yaad Nahi Aati.




फिर से एक उम्मीद पाल बैठी हूँ,
फिर से तेरे पते पर चिट्टी डाल बैठी हूँ। ?





Phir se ek ummeed paal baithi hoon,
Phir se tere pate par chitti daal baithi hu.

रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे,
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गयी हूँ।
हर गम निभा रही हूँ खुशी के साथ,
फिर भी आँसू आ ही जाते हैं हँसी के साथ। ?
इश्क की नासमझी में हम सब कुछ गवां बैठे,
जरुरत थी उन्हें खिलौने की हम अपना दिल थमा बैठे।








गहरी रात भी थी हम दर भी सकते थे
हम जो कहे ना सके वो कर भी सकते थे
तुम ने साथ छोड़ दिया हमारा ये भी ना सोचा
हम पागल थे तेरे लिए मर भी सकते थे




Dard Bhari Shayari

na kar to itni Koshish mere dard ko samjhne ki
to pahle ishq kar phir chut kha phir likh mere dard ko sunane ki
दाद देते है हम तुम्हारे नज़र अंदाज़ करने के हुनर को
जिस ने भी सिखाया है वो उद्ताद कमाल का होगा





aakhir girte huwe aason ne mujh se poch hi liya
nikaal diya na mujhe us ke liye jiss ke liye to kuch bhi nahi
मेरी मोहब्बातें भी अजीब थी मेरा फैज़ भी था कमाल पर
कभी सब कुछ मिला बिना तलब के तो कभी कुछ ना मिला सवाल पर





Sharechat Sad Shayari | New Share Chat Family Sad

na kaha karo har baar chodengge tumko
na hum inte aam hai na tere bus ki baat hai
कैसे करें बयाँ तुझसे दर्द की इन्तहा को अब्बास
अपनी ही निगाहों की नमी देख कर रो पड़े आज हम





kaha talaash karo ge mujh jaisa shaks
jo tum se juda bhi rahe aur tumse mohabaat bhi kre
ज़िन्दगी यु भी कम है मोहब्बत के लिए
यु रूठ के वक़्त गुजारने की ज़रूरत किया है






dard bhari shayari download

ho ja mera ke itni mohabbat dunnga tujhe ke
log bhi hasrat karenge tere jaisa naseeb pane ko
बहुत अजीब सिलसिले है मोहब्बत इश्क मैं
कोई वफ़ा के लिए रोया तो कोई वफ़ा कर के रोया





Best Dard Shayari in Hindi for Whatsapp
फेर लेते हैं नज़र, दिल से भुला देते हैं,
क्या यूँ ही लोग वाफ़ाओं का सिला देते हैं,
वादा किया था फिर भी ना आए मज़ार पर,
हमने तो जान दी थी इसी ऐतबार पर!!




Dard Bhari Hindi Shayari on Love

लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तक़ाज़ा है,
मेरे दिल का दर्द अभी ताज़ा ताज़ा है,
गिर पड़ते हैं मेरे आँसू मेरे ही काग़ज़ पर
लगता है कलम में स्याही का दर्द ज़्यादा है!!




Sharechat Sad Shayari | New Share Chat Family Sad
आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर मुझको तो एक एहसान करना,
दर्द इतना देना कि मेरी जान निकल जाये!!




tadapta dekh kar taras tum jao ge
huwe num agar baras tum bhi jao ge
ज़रूरी तो नहीं ज़बान से कहे दिल की बात
ज़बान एक और भी होती है इज़हार मोहब्बत की





dard bhari shayari in hindi 160

tadap rahi hai har ek tamanna na tumse milte na aisa hota
bhuji bhuji si hai dil kiduniya na tum se milte na aisa hota
हम अजनबी थे जब तुम बातें खूब किया करते थे
अब सना साईं है तो तुम हमको याद भी नहीं करते
rakh lo dil mein sabhal kar thudi si yaad meri
rahe jao ge jab tanha to kaam aayenge hum









Sharechat Sad Shayari | New Share Chat Family Sad
आँखों की गहराई को समझ नहीं पाते,
होठ है मगर कुछ हम कह नहीं पाते,
अपनी दिल की बात किस तरह कहे तुमसे,
तुम वही हो जिनके बिना हम रह नहीं पाते..





dard bhari shayari hindi mai

मोहब्बत वो हसीं गुनाह है जो मैंने तुझसे ख़ुशी से किया है
पर मोहब्बत में इंतज़ार वो सजा है सिर्फ इंतज़ार सिर्फ इंतज़ार सिर्फ इंतज़ार किया है







अब मेरे दर्द-ए-दिल की दवा तू न कर,
हर दवा तेरी यूँ ही बिखर जाएगी,
दिल के ज़ख्मों पे तू कोई मरहम न कर,
ये अदा तेरी दिल में उतर जाएगी,
आशियाना है ग़म-ए-ज़िन्दगी का मेरी,
दूर होते ही उल्फ़त बिखर जाएगी।
~ बलराम सिंह







tumjhe kiya kabhar ke teri yaadon ne mujhe kis tarah sataya
kabhi akele mein hasa diya to kabhi akele mein rola diya
बंसिरी से सीख ले ए ज़िन्दगी सबक जीने का
कितने छेद है सीने में फिर भी गुनगुनाती रहेती है




बहुत जुदा है औरों से
मेरे दर्द की कैफियत,
ज़ख्म का कोई पता नहीं और
तकलीफ की इन्तेहाँ नहीं।




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